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सेवा में
श्री राम सिंह मीना
इंस्पेक्टर जनरल
[ क़ानून वयवस्था ]
पुलिस मुख्यालय , देहरादून
उत्तराखंड
विषय : कुमारी प्रेम लता कपूर उर्फ़ ब्रह्माकुमारी प्रेम बेन, निवासी प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विशव विद्यालय 67 /8 राजपुर रोड और प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विशव विद्यालय अधार्मिक और अंध-विश्वास के द्वारा धोका-धडी करने वाली संस्था के खिलाफ शिकायत
महोदय सविनय निवेदन है कि प्रार्थी डॉ. सुरेन्द्र सिंह नेगी सुपुत्र स्व श्री ध्यान सिंह नेगी , डी-95 नेहरु कॉलोनी , थाना नेहरु कॉलोनी , देहरादून (उत्तराखंड) का निवासी है
2. प्रार्थी का विवाह श्रीमती कनक नेगी सुपुत्री श्री यशवंत सिंह रावत के साथ अगस्त 1989 में एक सादे हिन्दू रीति से संपन्न हुआ । इस विवाह से हमारी दो संताने अभ्युदय नेगी 22 वर्ष एवं कु० अपूर्व नेगी 18 वर्ष हुई और जीवित हैं ।
3. वर्ष 2007 -08 में प्रार्थी की पत्नी को ब्रह्माकुमारी प्रेम लता के अनुयायियों ने अध्यात्म और मैडिटेशन के धोके में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविध्यालय , 67 /8 राजपुर रोड, देहरादून दाखिल करवा दिया । जिसकी संचालिका कुमारी प्रेम लता कपूर उर्फ़ राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी प्रेम बेन निवासी -प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविध्यालय, 67 /8 राजपुर रोड, देहरादून है ।
इस संस्था की मुख्य-संचालिका श्रीमती जानकी कृपलानी उर्फ़ राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी जानकी दादी जी, निवास स्थान - प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविध्यालय, माउंट आबू, राजस्थान हैं।
जिसके बाद मेरी पत्नी का व्यहार बहुत ही बदल गया और बच्चों की शिक्षा पर भी गहरा असर होने लगा ।
4. वर्ष 2009 में प्रार्थी जब वार्षिक अवकाश पर घर आया तो पूरे परिवार की हालत देखकर अचम्बित हो गया !
5. वार्षिक अवकाश से वापिस ड्यूटी ज्वाइन करते ही प्रार्थी ने तुरंत 01-09-2009 को तीन महीने के अग्रिम नोटिस पर स्वैच्छिक सेवानिवृति के लिए आवेदन कर दिया । स्वैच्छिक सेवा निवृति के सम्बन्ध में सीमा सुरक्षा बल के निदेशक और महानिदेशक के साक्षात्कार के बाद मेरा त्याग-पत्र 31-08-2010 से मंजूर हो गया ।
6. इसके साथ ही मैंने ब्रह्माकुमारी प्रेम लता एवं संस्था की मुख्य संचालिका ब्रह्माकुमारी दादी जानकी और इनकी संस्था "प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविध्यालय" के बारे में जानकारी हासिल की तो जो तथ्य सामने आये वे एकदम चोकाने वाले पाए गए :-
१. वास्तव में "प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविध्यालय" ना तो कोई विश्व-विद्यालय है और ना ही कोई धर्म है बल्कि सिर्फ और सिर्फ एक झूट, फरेब से काम करने वाली अधार्मिक एवं गैर कानूनी काम करने वाले लोगों का संघठन है ।
२. कुमारी प्रेम लता कपूर जी, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविध्यालय, देहरादून के साथ साथ पूरे उतराखंड की भी इंचार्ज हैं ।
३. कुमारी प्रेम लता कपूर जी, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविध्यालय , 67 /8 राजपुर रोड में मैडिटेशन सिखाने के बहाने लोगों को भूत-प्रेत और आत्माओं के बारे में बताती हैं और सम्मोहन विद्या का गैर कानूनी प्रयोग करती हैं और अपने ही अनुयायिओं की चल-अचल सम्पति पर झूट, फरेब और सम्मोहन के बल पर कब्ज़ा करती हैं।
४. सम्मोहन विद्या का गलत इस्तेमाल करते हुए कुमारी प्रेम लता ने मेरी पत्नी को एकदम गुमराह कर रखा है और मेरी पत्नी के द्वारा एक नयी डिमांड कर दी है कि हमारी अचल सम्पति का 3/4 हिस्सा प्रार्थी कि पत्नी श्रीमती कनक नेगी के नाम कर दिया जाए । जिसको कुमारी प्रेम लता कपूर जी बाद में आसानी से उनकी संस्था को दान करवा सके !
५. . श्रीमती जानकी कृपलानी उर्फ़ राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी जानकी व् उनके बहुत सारे सहयोगी इस संस्था को भारत का प्राचीन पतंजलि राज योग के नाम से प्रचार करते हैं , जबकि येहाँ किस्सी भी प्रकार की योग विद्या नहीं सिखाई जाती है ।
प्रचार करते समय इसे ईश्वरीय विश्व विद्यालय बताया जाता है लेकिन यह किस्सी भी तरह का विद्यालय है ही नहीं ।
इनके आश्रोम में लोगों को अलग-अलग बहाने से बुलाया जाता है और फिर धोके से उनको सम्मोहित किया जाता है ।
एक बार सम्मोहन का असर शुरू हो जाये तब अनुयायी बना कर उनके माइंड को भी कण्ट्रोल कर लिया जाता है ।
जितने भी ब्रह्माकुमारी के अनुयायी हैं उन सबको ऐसी ऐसी बातों का यकीन हो जाता है जिसको अनपद इंसान भी न माने :-
ब्रह्मकुमारिज़ एक अधार्मिक व् जादूटोना संस्था है और ब्रह्मकुमारिज़ की प्रातः और सायं क्लास में बताया जाता है :
1. ईशा मशीह , महावीर जैन , महात्मा बुद्ध , गुरु नानक एवं आदि शंकराचार्य सभी महा - पतित और महा - पापी गिरी हुई आत्माएं हैं
2. भगवत गीता , कुरान , बाइबिल और अन्य धर्मों के जितने भी धर्म ग्रन्थ हैं सभी झूठे हैं
3. आज की तारीख में भी सभी धर्मों के धर्मगुरु व् साधू - संत बहुत गिरे हुए पतित - पापी इंसान हैं
4. सच्ची भागवत गीता के भगवान् श्री कृष्ण नहीं हैं
5. हिन्दू लोग जिस भागवत गीता को पड़ते हैं वह एकदम झूटी नक़ल है
6. सच्ची सच्ची भागवत गीता तो सिर्फ ब्रह्मकुमारिज़ का भगवान् माउंट आबू में आकर अब पड़ा रहा है
7. जितने भी ब्रह्मकुमारिज़ के जादू - टोने से सम्मोहित अनुयायी हैं उन् सभी को यह सब बातें एकदम सही मालूम होती हैं
8. ब्रह्मकुमारिज़ के बड़े-बड़े पड़े-लिखे डॉक्टर, इंजिनियर , प्रोफेसर, साइंटिस्ट्स और विद्वान हैं वे सब भी इनकी बेतुकी, वाह्यात और अंध-विश्वास से भरी भाटों को ही परम सत्य मानने लगते हैं। कियुनकी उन सभी लोगों का सम्मोहन की विद्या का जेर्कानूनी उपयोग करते हुए मंद कण्ट्रोल किया जा चूका है और उनको मालूम भी नहीं चलता ।
वे सब तो येही समझते हैं की ये सफ़ेद साड़ी वाली बहन जी सचमुच के भगवान् के महा-वाक्य ही सुना रही हैं ।
मतलब ये है की अब ये सारे लोग चलते-फिरते सुसाइड बम तेयार हो गए हैं । जिनको ये लोग जो भी काम देंगे वे सब आँख बंद करके कर देंगे ।
9 . जितने भी कच्चे या पक्के ब्रह्मकुमारिज़ के सम्मोहित अंध- भक्त हैं वे सभी इन् बातों को 100 % सही मानते हैं कियूं ?
सिर्फ और सिर्फ ब्रह्मकुमारिज़ के जादू - टोने और सम्मोहन के कुप्रयोग के कारण !
10. कुमारी प्रेम लता कपूर उर्फ़ राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी प्रेम बेन , प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविध्यालय के मुख्यालय , माउंट आबू की धार्मिक एवं अध्यात्मक विंग की मुख्य-संचालिका हैं लेकिन हकीकत में यह संघठन सिर्फ बड़े बड़े लुभावने विज्ञापनों द्वारा लोगों को अपने कार्यालय में बुलाकर मैडिटेशन के नाम पर सम्मोहन का गलत प्रयोग करते हुए मानव सुसाइड बम ही तेयार कर रहे हैं ।
11 . इन ब्रह्मकुमरिएस के कुकर्मों की कहानियाँ और सेकड़ों कोर्ट केस इन्टरनेट पर भी उपलब्ध हैं ? सच या झूट का अभी में मालूम नहीं किया है ! हाँ मालूम करके अगले पत्र से आपको जरूर बताऊँगा ।
प्रार्थी सीमा सुरक्षा बल में कमांडेंट मेडिकल / चीफ मेडिकल ऑफिसर के पद पर कार्यरत था लेकिन कुमारी प्रेम लता कपूर व् श्रीमती जानकी कृपलानी की काली करतूतों के कारण मुझे नोकरी भी छोडनी पड़ी और सारा समय और काफी धन इनकी धोका घडी को समझने में लगाना पड़ा
12 . महोदय से निवेदन है कि इस संस्था के अंध-भक्त अनुयायी बहुत ही खतरनाक सम्मोहित अनुयायी हैं जो श्रीमति जानकी कृपलानी, कुमारी प्रेम लता कपूर व् अन्य नेताओं के इशारे पर किस्सी भी तरह की गेकानूनी हरकत कर सकते हैं ।
अतः महोदय से अनुरोध है की इस संस्था की चीफ को बता दिया जाये की इनका कोई भी अनुयायी किस्सी भी गलत तरीके का इस्तेमाल न करे और शांति से कानूनी प्रकिर्या को चलने दें ।
जब तक इनकी मुखिया से आपको मेरी जान और माल की हिफाजत की इतला नहीं मिलती है, किर्प्प्या मुझे शासन की तरफ से सुरुक्षा प्रदान की जाये ।
***
महोदय आपसे निवेदन है की तुरंत न्यायिक कार्यवाही करवाने की किरपा की जाए । मेरा परिवार बुरी तरह से बिखर गया है और मेरी पत्नी व् बच्चे बहुत मानसिक परेशानी से गुज़र रहे हैं
आपका आज्ञाकारी,
प्रार्थी
डॉक्टर सुरेन्द्र सिंह नेगी
पूर्व-कमांडेंट मेडिकल/चीफ मेडिकल ऑफिसर (सिलेक्शन ग्रेड )
सीमा सुरक्षा बल
निवास स्थान : डी-95 नेहरु कॉलोनी
पोस्ट ऑफिस : आराघर
पुलिस स्टेशन : थाना नेहरु कॉलोनी
देहरादून ( उत्तराखंड )
पिन : 248001
मोब नंबर : 09456173003
Dated : 16-06-2013
Copy To :
१.
२.
३.
४.
५.
६. महानिदेशक उत्तराखंड पुलिस
७. जिला अधिकारी, देहरादून (उत्तरखंड)
क़ानून मंत्री
माननीय रास्ट्रपति , भारत सरकार